दहर-पुण्डरीक में ब्रह्म की उपासना
















यह मानव-शरीर ब्रह्मपुर है। इसके अन्दर एक क्षुद्र लघु कमल -कुसुम के आकार का गृह है जिसके अन्दर एक छोटा-सा आकाश है। इसी आकाश में एक निगूढ़ रहस्य है जिसका अन्वेषण करना होगा।













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अचिन्त्य के साकार रूप का आनन्द ----------------------------------------------------------------- सेस गनेस महेस दिनेस, सुरेसहु जाहि निरंतर गा...
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